तुमसे मोहब्बत क्या हुई मेरे अपने मुझसे रूठ गए। तुमसे मोहब्बत क्या हुई मेरे अपने मुझसे रूठ गए।
जिन पन्नों पर सलाह के तौर पर जिन पन्नों पर सलाह के तौर पर
समय-समय पर हृदयों की भी, अब पीर बदलती रहती है। समय-समय पर हृदयों की भी, अब पीर बदलती रहती है।
बहुत सी बातें हम भी कहना चाहते हैं ! बहुत सी बातें हम भी कहना चाहते हैं !
रूह जिस दिन थम जायेगी तब भी रहोगे मुझमें बाक़ी, कहना के शायर था ग़ैर कोई थोड़ा मज़ार रूह जिस दिन थम जायेगी तब भी रहोगे मुझमें बाक़ी, कहना के शायर था ग़ैर कोई थोड...
दिल से निकलने वाली रचनाएं खूब होती हैं दिल से निकलने वाली रचनाएं खूब होती हैं